सिंहस्थ महाकुंभ 2028 के लिए मध्य प्रदेश सरकार की विशेष तैयारी
उज्जैन, 17 जुलाई 2024: उज्जैन में 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के मद्देनजर मध्य प्रदेश सरकार ने सड़क और रेल कनेक्टिविटी पर बड़ा जोर दिया है। परिवहन सेवाओं को और भी सुलभ बनाने के लिए कई तैयारियां की जा रही हैं।
सड़क और रेल कनेक्टिविटी में सुधार:
उज्जैन के चिंतामन मार्ग को फोरलेन किया जा रहा है, जिससे यातायात सुगम होगा। इसके साथ ही उज्जैन-देवास-इंदौर के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन चलाने की योजना बनाई जा रही है। उज्जैन में सीएम मोहन यादव ने रेलवे की एक और बड़ी परियोजना के लिए पिछले दिनों केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी। इस दौरान सिंहस्थ को लेकर चर्चा की गई, जिसकी जानकारी सीएम ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट की थी।
नागदा में बड़ा रेलवे बायपास:
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के अनुसार प्रदेश में रेल सुविधाओं में तेजी से विस्तार किया जा रहा है। नई ट्रेनें चलाई जा रही हैं और रेलवे ट्रैक का जाल भी बिछाया जा रहा है। सिंहस्थ 2028 को देखते हुए रेलवे नागदा में बड़ा बॉयपास बना रही है। इस ट्रैक के बन जाने के बाद दिल्ली से ट्रेनें सीधे उज्जैन आ सकेंगी। सीएम ने नागदा रेलवे बायपास ट्रैक के संबंध में ट्वीट भी किया। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि वर्तमान में विकास के अनेक कार्य हो रहे हैं और भविष्य में दिल्ली से आने वाली ट्रेन सीधे उज्जैन तक आएगी।
मेट्रो और वंदे मेट्रो की योजना:
मुख्यमंत्री मोहन यादव की इस संबंध में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ चर्चा भी हो चुकी है। डॉ. मोहन यादव के अनुसार इंदौर और उज्जैन के मध्य मेट्रो कनेक्टिविटी से 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा होगी। इंदौर-उज्जैन के मध्य मेट्रो को लेकर फिजिबिलिटी सर्वे की रिपोर्ट भी बन चुकी है।
इसके साथ ही श्रद्धालुओं को इंदौर एयरपोर्ट से सीधे महाकाल मंदिर तक पहुंचाने के लिए वंदे मेट्रो ट्रेन की सुविधा मिलेगी। एमपी में राज्य के बड़े नगरों के लिए नए ट्रैफिक प्लान बनाए जा रहे हैं। प्रदेश के बड़े नगरों जैसे भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन को मेट्रो ट्रेन के साथ वंदे भारत ट्रेन, रोप-वे, ई-बस और केबल-कार जैसे साधनों का उपयोग किया जाएगा।
आवागमन होगा सुगम:
सरकार की इन तैयारियों से सिंहस्थ महाकुंभ 2028 में आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन में बड़ी सुविधा होगी और प्रदेश की कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी।